महाराज श्री की अमृतमयी वाणी का अद्भुत चमत्कार
म्हाराज श्री द्वारा विगत 20 वर्षो से निरन्तर संगीतमय शिव महापुराण कथा, श्रीराम कथा व कष्ट मुक्ति-प्रभुभक्ति ज्ञान सत्संग जिन-जिन स्थानों पर किये है श्रोता भक्त जनोंपर उनकी सरल,सुमधुर व अमृतमयी व ज्ञान युक्त वाणी का बड़ा ही चमत्कारी प्रभाव पड़ता है।
श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो जाते हैं और जो एक बार कथा श्रवण हेतू आ जाता है, वह बार-बार आने के लिए विवश हो जाता है। ठस प्रकार धीरे-धीरे भक्त जनो की इतनी अपार भीड़ हो जाती है कि बड़े से बड़ा कथा पण्डाल भी छोटा पड़ जाता है, ऐसा दृश्य अनेक बार देखा गया है।
(1) संगीतमय शिव महापुराण ग्यारह दिवसीय कथा:-
सात वर्षो तक निरन्तर कठोर साधना, विद्वान संतो ंके सानिध्य एवं अनेक धार्मिक ग्रन्थों के निरंतर स्वाध्याय के परिणाम स्वरूप स्वरचित शिव महापुराण कथा ज्ञानामृत की कथा के साथ ही साथ विशेष रहस्य व ज्ञानयुक्त प्रसंग महाराज श्री श्रवण कराते है।उदाहरणार्थ कुछ कथा रहस्य -
- शिव लिंग क्या है ? कहाँ है ? कब और कैसे प्रकट हुआ ? जल ही क्यों चढ़ाते है ?
- भाँग, धतूरा, आक, सभी दूर्वा व लाल चन्दन सेे पूजन क्यों करते है ?
- महाशिव रात्रि , सोमवार, प्रदोष व श्रावण मास व्रत-पूजन क्यों व कैसे करते है ?
- कावड़ द्वारा ही गंगाजल क्यों चढ़ाया जाता है ? स्त्रियां पूजन कर सकती है या नहीं ? जल प्रसाद ग्रहण करें या नहीं ?
- गंगा,सर्प,चन्द्रमा,भष्मि,बाघम्बर, त्रिशूल,डमरू धारण क्यों ? और तीसरा नेत्र क्यों ?
- भगवती रूप का प्राकट्य, शेर की सवारी, नवरात्रि व्रत, जौओर, अखण्ड दीपक आदि का रहस्य क्या है ?
- कार्तिक जन्म कब व कैसे हुआ ? छः मुख क्यो ? पूर्ण मास कार्तिक का क्यों ?
- गणेश जी कौन से मैल से प्रगटे ? इनका सिर क्यों कटा ? हाथी का सिर क्यों लगा ? असली सिर व हाथी के बच्चे का धड़ कहाँ चला गया ?
- इनकी सवारी चूहे की क्यों ? दीपावली पूजन में लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी का पूजन क्यों? तथा सदैव प्रथम पूजन गणेश जी का ही क्यों ?